टीईटी फर्जीवाड़े की जांच को बनेगी राज्यस्तरीय कमेटी

मीनापुर कौशलेन्द्र झा
शिकायतों पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अध्यक्ष गंभीर
वर्ष 2008 से नियोजित सभी शिक्षकों की होगी जांच
समिति के अध्यक्ष से मिला मीनापुर का प्रतिनिधिमंडल

मीनापुर में टीईटी उत्तीर्णता का फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर बड़े पैमाने पर शिक्षकों का नियोजन करने की शिकायतों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह ने गंभीरता से लिया है। शनिवार को मिलने गए मीनापुर के एक प्रतिनिधिमंडल को अध्यक्ष ने जांंच का भरोसा दिया है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जिला जदयू किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि अध्यक्ष ने एक सप्ताह के भीतर राज्यस्तरीय जांच टीम गठित करने का भरोसा दिया है। यह टीम वर्ष 2008 से नियोजित सभी शिक्षको के प्रमाण पत्रो की विस्तार से जांच करेगी।
स्मरण रहे कि शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा को हिन्दुस्तान ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। इससे पहले मनोज ने परीक्षा समिति के अध्यक्ष को मीनापुर में चल रही फर्जीवाड़ा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। बाद में मनोज ने हिन्दुस्तान को पटना से दूरभाष पर बताया कि मेधा सूची में बड़े पैमाने पर छेड़छाड़ हुई है। श्री कुमार ने साक्ष्य के रूप में सूचना के अधिकार से प्राप्त सभी दस्तावेजो को अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत कर दिया है। इन दस्तावेजो क आधार पर मनोज ने बताया कि शिक्षक नियोजन में बड़े पैमाने पर शारीरिक शिक्षक के नाम पर फर्जी प्रमाण पत्र को अधार बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सूचना के अधिकार से ज्ञात हुआ कि सुन्दर सिंह काॠलेज, मेहोश, मुंगेर के द्वारा वर्ष 1992 में व वीर कुंवर सिंह शारीरिक प्रशिक्षण महाविद्याल, कटिहार के द्वारा वर्ष 1994 बैच के नाम से फर्जी प्रमाण पत्र बना कर बड़े पैमाने पर शिक्षक नियोजन का खेल खेला जा रहा है। इस कार्य में शिक्षा विभाग के कई अधिकारी की भूमिका संदेह के घेरे में है।

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